कविता"प्यार का एहसास"

प्यार का एहसास

पहले प्यार का एहसास
होता है बहुत ही ख़ास
हर बात सुहानी लगती
जब होता कोई दिल के पास
छोटी-छोटी खुशियों पे ही
झूम जाता है ये मन
कभी लगे डोले है जमीं
कभी लगे घूमे है गगन
सब कुछ लगता नया-नया सा
बदला सारा जहाँ-जहाँ सा
वही है कमरा वही दीवारें 
लगता कोई मुझे निहारे
पंछी तितली हवा का झोंका
लाते हैं संदेश ये सारे
कहते हैं वो पिया मिलेंगे
तेरे सोये भाग जगेंगे
यकीं नहीं होता है सुनके
मचले है मन मछली बनके
चाहे के मैं ही उड़ जाऊं
पिया के साथ मैं रास रचाऊँ
तभी किसी ने मुझे हिलाया
उठ जा कह मम्मी ने जगाया
खावों में  भी पिया का साथ
ऐसे होते हैं जज़्बात
यही तो प्यार का एहसास
हर बात सुहानी लगती 
जब होता कोई दिल के पास
जब होता कोई दिल के पास


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