बजरंगबली मेरी नाव चली
बजरंगबली मेरी नाव चली जरा अपनी किरपा कर देना
मै द्वार तुम्हारे आया हूँ जरा विनती मेरी सुन लेना
मै अवगुण हूँ मै निर्बल हूँ
तुन शक्ति इतनी दे देना
जीवन ये एक भवसागर है
तुम माझी आकर बन जाना
बजरंगबली मेरी नाव चली जरा अपनी किरपा कर देना
मै द्वार तुम्हारे आया हूँ जरा विनती मेरी सुन लेना
अज्ञानी हूँ मै अभिमानी हूँ
तुम बुद्धि इतनी दे देना
पथ में कितने अंधियारे हैं
तुम दीपक बनकर आ जाना
बजरंगबली मेरी नाव चली जरा अपनी किरपा कर देना
मै द्वार तुम्हारे आया हूँ जरा विनती मेरी सुन लेना
मै लोभी हूँ मै दुर्जन हूँ
तुम ऐसा मंतर पढ़ देना
छोडूं मै यह मोहमाया सब
तन-मन को निर्मल कर देना
बजरंगबली मेरी नाव चली जरा अपनी किरपा कर देना
मै द्वार तुम्हारे आया हूँ जरा विनती मेरी सुन लेना
अर्चना
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