मिया बीबी का झगड़ा
फूला फिर बीबी का
सुंदर सा मुखड़ा
क्योंकि मियाजी बहुत
गुस्से में आये
उन्होंने बीबी पर कई
इल्जाम लगाये
बोले अब तुम
लापरवाह हो गयी हो
दिनभर फेसबुक को
चलाया करती हो
बच्चों की क्या
शकल हुई है
सब्जी ,बहुत तीखी
या फीकी मिल रही है
ये तो बहुत ही
नासमझी है
घर की भी अब
सूरत बिगड़ी है
फिर बीबी भी
जोश में आई
उसने भी मिया की
गलतियाँ गिनवायीं
कल मैंने तुमसे
मटर पनीर मंगवाई
पर तुम पालक
लटकाकर लाये
तुमने भी अब
हद कर दी है
बिजली के
बिल की जगह
तुमने फ़ोन की
बिल भर कर दी है
ये सब तुम्हारे
उस मूए
व्हाट्सअप की ही
सारी गलती है
फिर शिकायतों की
तीखी बौछारें
दोनों तरफ से
लगी थी आने
घर के कमरे से
आने लगी थी
सिनेमा जैसी
डॉल्बी डिजिटल आवाजें
फिर बच्चों ने
समझौता करवाया
माँ की फेसबुक
पापा का व्हाटसअप
बंद करवाया
हुआ जो बंद
थोड़े दिन इन्टरनेट
तो घर में
पहले की तरह
खुशियों का मौसम
दोबारा वापस आया
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Awesome... yahi har ghar ka haal hai aajkal. har koi whatsapp, fb ka deewana hai...ghar k kaam se har koi anjana hai!
जवाब देंहटाएंthanks
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