नाचो तक- तक धिन
जो करना है अभी तू कर ले
काहे तकता अच्छे दिन
दिन सब अच्छे होते हैं
गर साथ में होता अपना मन
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
काहे रोता किस्मत को
जब हट्टा– कट्टा तेरा तन
चल उठ चल रे मेहनत कर ले
तभी मिलेगा मीठा फल
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
इधर-उधर तू क्यों है झांके
अपनी चादर क्यों न नापे
थोड़ा है तो हंस के खाले
रात ढलेगी होंगे उजाले
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
हिम्मत से तू हाथ मिला ले
चाहे पड़ जायें पांव में छाले
धीरे-धीरे कोशिश करना
छंट जायेंगे बादल काले
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
तो नाचो तक- तक धिन
नाचो तक- तक धिन
अर्चना
अर्चना
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