जब दिल दीवाना होता है
जब दिल दीवाना होता है
तो सबसे बेगाना होता है
बस एक चेहरे एक आगे
बस एक चेहरे एक आगे
फीका हर एक नज़ारा होता है
कभी रातों को मैं उठ बैठता हूँ
तो कभी दिन में अँधेरा होता है
जब दिल दीवाना होता है
तो सबसे बेगाना होता है
खुद ही से होती बातें तो कभी
महफिल में भी न दिल ये लगता है
जब दिल दीवाना होता है
तो सबसे बेगाना होता है
चाँद तारों से दोस्ती होती है
और हर मौसम सुहाना होता है
जब दिल दीवाना होता है
तो सबसे बेगाना होता है
जब देखता आईना भी तो
दिलदार का चेहरा होता है
जब दिल दीवाना होता है
तो सबसे बेगाना होता है
खुद पर नहीं काबू रहता
कुछ जादू सा महसूस होता है
जब दिल दीवाना होता है
तो सबसे बेगाना होता है
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