कविता"उम्मीद"



उम्मीद


उम्मीदों से दोस्ती कर लो 
जीवन पथ को रौशन कर लो
उम्मीदों से भरा है ये जग
 चाहे लाख उदाहरण ले लो
 कोई करता सुबह की उम्मीद
 काटता रात तारे गिन गिन
 कोई करता वर्षा की उम्मीद
 प्यासा रहता बहुत -बहुत दिन
 कोई करता सुख की उम्मीद
  दुख सहता पर होता न प्रतीत
 कोई करता शांति की उम्मीद
धीरज धरता हाहाकार में भी
कोई करता खड़ा होने की उम्मीद
लड़खड़ाता गिरता पर घबराता नहीं
उम्मीदों से दोस्ती कर लो
 जीवन पथ को रौशन कर लो
उम्मीदों से भरा है ये जग
 चाहे लाख उदाहरण ले लो



अर्चना

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