नारी पर गीत । पहनी तूने साड़ी है

नारी पर गीत  । पहनी तूने साड़ी है  

 पहनी तूने साड़ी है और स्कूटी  सवारी है 

सेकडों  जिम्मेदारियाँ तूने हंस के सम्भाली हैं

घर ऑफ़िस की बैलन्सिंग करना तू जानती 

बस तेरा होना दस दस पे भारी है ,बस तेरा होना दस- दस पे भारी है 

क्योंकि 

"तेरा ही नाम नारी है 

तू सबसे प्यारी है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है  "२


सूरज से पहले है जगती 

और देर रात तक उठती 

ना जाने कहाँ से आती 

बस तुझ में इतनी शक्ति 

क्या तू कोई चमत्कारी है ,क्या तू कोई चमत्कारी है

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है


घर का हर कोना होता 

तेरे होने से रोशन 

तेरे हाथों का खाना 

जितना खा लो ना भरे मन 

क्या कुछ जादू चला रही है ,हाँ जादू चला रही है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है


घर में हो कोई प्रॉब्लम

झट से बता देगी सलूशन 

क्या चीज़ कहाँ  पे होती 

ये तू जाने या तेरा मन 

क्या तू कोई अंतर्यमी है ,क्या तू कोई अंतर्यमी है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है

पहनी तूने साड़ी है और स्कूटी  सवारी है 

तेरा ही नाम नारी है 

तू सबसे प्यारी है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है