आज की हमारी पोस्ट है -ठंड पर हास्यकविता और इसका शीर्षक है "मिल गया ठंड का बहाना" ,जिसमें हम आपको हर घर की ठंड की कहानी से रूबरू कराएंगे और इसमें बच्चों द्वारा बनाने वाले बहानों को भी समझाएँगे|
ठंड पर हास्यकविता
मिल गया ठंड का बहाना
आज फिर बच्चों को नहीं नहाना
वैसे तो नहीं जुराब पहनते
दिन भर नंगे सिर भी घूमते
पर आईस-क्रीम और पेस्ट्री के लिए
सारा दिन ये रोया करते
फिर रात को कहना इनका
पापा जी ज़रा हीटर तो चलाना
मिल गया ठंड का बहाना
आज फिर बच्चों को नहीं नहाना
मिल गयी स्कूल से भी छुट्टियाँ
अब शरारत करने का वक़्त बढ़ा
घर में ठंड से थर -थर हैं कांपें
पर हिल-स्टेशन में मनानी हैं छुट्टियाँ
होम वर्क जो मिला था ढेर सारा
मम्मी-पापा को पूरा करवाना पड़ा
पूरे परिवार ने छुट्टियों का मजा लिया
यह सर्दी तो है बस बहाना
मिल गया ठंड का बहाना
आज फिर बच्चों को नहीं नहाना
दोस्तों यह तो थी हमारी ठंड को समर्पित एक छोटी- सी हास्यकविता पसंद आए तो अपने विचार प्रकट करें|
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नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रस्तुति BLOG "पाँच लिंकों का आनंद"
(http://halchalwith5links.blogspot.in ) में
गुरूवार 11-01-2018 को प्रकाशनार्थ 909 वें अंक में सम्मिलित की गयी है।
प्रातः 4 बजे के उपरान्त प्रकाशित अंक अवलोकनार्थ उपलब्ध होगा।
चर्चा में शामिल होने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं, आइयेगा ज़रूर।
सधन्यवाद।
वाह!!सुंंदर।...
जवाब देंहटाएंआभार यादव जी एवं शुभा जी ।
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