कविता "क्रिसमस आया क्रिसमस आया "


क्रिसमस आया क्रिसमस आया 

"इस कविता में मैंने क्रिसमस की रौनक का उल्लेख किया है|"




क्रिसमस आया क्रिसमस आया 
साथ में ढेरों खुशियाँ लाया
हमने भी अपना घर है सजाया
और सुन्दर सा केक बनाया

कहीं सज रही झालरें 
और जली हैं मोमबत्तियां
आने वाले हैं सेंटा
भर के थेले में बहुत से 
उपहारों की खुशियाँ

बच्चों को तो  होता बहुत दिनों से
इस दिन का ही इंतज़ार
आज मिलेंगे खिलौने-टोफियाँ
और सेंटा का बहुत सा दुलार

आज ही के दिन लिया था
प्रभु येशु ने जन्म
मंगल गान कर के सभी
लें इस दिन का आनंद

बांटे सबको प्यार हम
और न करें बुरा कर्म
हर धर्म देता सीख के 
मिलके सदा ही चलें हम 
(अर्चना)






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