कविता "फौजी"

फौजी



"प्रस्तुत कविता में एक बच्चा अपनी माँ से उसको सैनिक बनाने का आग्रह कर रहा है|"



                                   बंदूक मुझे भी दिला दो माँ
फौजी की वर्दी पहना दो माँ
मैं भी सीमा पर जाऊँगा
दुश्मनों को मार गिराऊंगा
मैं मातृभूमि के हर कोने पर
तिरंगा अपना ही फैहराऊंगा



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