कविता "पार्टी"

पार्टी


"प्रस्तुत कविता में बच्चों ने दावत में जाकर जो मस्ती की उसका वर्णन है|"

आज हमें पार्टी में जाना 
मजे करेंगे यह है ठाना
डी.जे. और बाजे के संग
हम नाचेंगे धिकतानाना
बैठेंगे घोड़ी पर भी
छोटा दूल्हा बनके हम
आगे -पीछे होंगे सब 
लगेगा हम हैं राजाजी
खाएँगे लड्डू-बर्फी
पियेंगे कॉफ़ी और कोल्डड्रिंक
दूल्हा -दुल्हन के साथ में
खिंचवायेंगे फोटो भी
आते-आते घर को वापस 
माँ की गोद में सोएंगे जी
याद रखेंगे इस पार्टी को 
क्योंकि बहुत करी मस्ती
(अर्चना)



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