प्रेरणादायी कविता "कभी हंस दो ऐसे भी तुम"

प्रेरणादायी कविता

प्रेरणादायी कविता - कभी हंस दो ऐसे भी तुम


मत ढूंढो सिर्फ बड़ी- बड़ी बजहें

तुम मुस्कुराने के लिए

कभी हंस दो ऐसे भी तुम

अपना दिल बहलाने के लिए    

मत सोचो कल क्या होना

बस जी लो इस लम्हे के लिए  

हर लम्हे में बहुत खुशी छुपी है 

ज़रा जी के देखो औरों के लिए

कुछ लोग जीवन में आते हैं

कुछ होते चले जाने के लिए

फिर भी जीवन एक हसीन सफर है

यहाँ हर एक ही मुसाफिर के लिए

उलझने तो आती-जाती हैं तुम्हें

कुछ सबक नए सिखलाने के लिए

जो इनका हँसकर करे सामना

वो इंसान होता प्रेरणा सबके लिए

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