यह ब्लॉग नई और रोचक हिन्दी भाषा की कविताओं ,भजनों,गीतों इत्यादि से सुसज्जित है|सभी कृतियां मेरे द्वारा लिखित हैं और इनका कहीं भी प्रकाशन अवैध है | कुछ चित्रों को गूगल इमेजेस से लिया गया है | लेखिका : अर्चना
हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया
हो मैया ,तू बड़ी प्यारी लागे जब - जब भी तू चढ़ शेर पे आवे शृंगार तेरा ,हर मन को भावे तेरी लाल चुनर तेरा रूप बढ़ावे मेरी एक अर्ज़ है माँ ,हो मेरी एक अर्ज़ है माँ मेरे घर आकर ,मेरे भाग जगा दे ॰॰॰॰॰ मेरे भाग जगा दे ॰॰॰॰॰ हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया तू ही दुर्गा है तू ही काली है तेरी महिमा सबसे निराली है कभी हाथों में तेरे चूड़ी है कभी त्रिशूल तूने ही तो सम्भाली है मेरी एक अर्ज़ है माँ ,हो मेरी एक अर्ज़ है माँ मेरे पास बैठ कर तू ,मुझको राह दिखा दे ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰मुझको राह दिखा दे हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया गुणगान तेरा ये जग करता जो-जो भी तेरा सुमिरन करता उस के जीवन की बगिया तूने फूलो से भर डाली है मेरी एक अर्ज़ है माँ ,हो मेरी एक अर्ज़ है माँ अबकि बारी तो मैया , मेरी भी बारी है ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ हो मेरी भी बारी है हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया हो मैया,हो मैया ,हो मैया,हो मैया