नारी पर गीत । पहनी तूने साड़ी है

नारी पर गीत  । पहनी तूने साड़ी है  

 पहनी तूने साड़ी है और स्कूटी  सवारी है 

सेकडों  जिम्मेदारियाँ तूने हंस के सम्भाली हैं

घर ऑफ़िस की बैलन्सिंग करना तू जानती 

बस तेरा होना दस दस पे भारी है ,बस तेरा होना दस- दस पे भारी है 

क्योंकि 

"तेरा ही नाम नारी है 

तू सबसे प्यारी है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है  "२


सूरज से पहले है जगती 

और देर रात तक उठती 

ना जाने कहाँ से आती 

बस तुझ में इतनी शक्ति 

क्या तू कोई चमत्कारी है ,क्या तू कोई चमत्कारी है

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है


घर का हर कोना होता 

तेरे होने से रोशन 

तेरे हाथों का खाना 

जितना खा लो ना भरे मन 

क्या कुछ जादू चला रही है ,हाँ जादू चला रही है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है


घर में हो कोई प्रॉब्लम

झट से बता देगी सलूशन 

क्या चीज़ कहाँ  पे होती 

ये तू जाने या तेरा मन 

क्या तू कोई अंतर्यमी है ,क्या तू कोई अंतर्यमी है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है

पहनी तूने साड़ी है और स्कूटी  सवारी है 

तेरा ही नाम नारी है 

तू सबसे प्यारी है 

तेरी बात निराली है 

ये माने दुनिया सारी है














राम आए हैं । भगवान राम पर एक गीत

राम आए हैं । भगवान राम पर एक गीत 

भगवान राम पर एक गीत


 आज है प्रकृति का कण कण  खिला खिला 

आज नाचता पवन है आज झूमती धरा 

राम आए हैं राम आए हैं 

राम आए हैं हमारे राम आए हैं 

राम आए हैं राम आए हैं 

राम आए हैं हमारे प्राण आए हैं 

।।।।।

जिनके इंतज़ार में थी हर लहर हर नदी 

जिनकी एक झलक को बेक़रार हो रहा रवि 

आज मुस्कुराए हैं मुस्कुराएँ हैं 

मुस्कुराएँ हैं आज राम आए हैं 

।।।।।
जिनके इंतज़ार में थी हर दिशा हर घटा 

जिनकी बोली सुनने को पपीहा कब से बावरा 

आज सब गाएँ हैं सब गाएँ 

 सब गाएँ हैं गीत मंगल के देखो  आज  सब गाएँ हैं 

क्यूँकि राम आए हैं  राम आए हैं 

राम आए हैं हमारे प्राण आए हैं 

 


जिसका मुझे था इंतज़ार ,वो शुभ दिन आया है

 

जिसका मुझे था इंतज़ार ,वो शुभ दिन आया है 

मुझे चौदह बरस के बाद प्रभु से मिलवाया है 

जिसका मुझे था इंतज़ार ,वो शुभ दिन आया है 

मुझे चौदह बरस के बाद प्रभु से मिलवाया है 

अब नहीं रकते पाँव  ज़मीन पे 

अब नहीं रकते पाँव  ज़मीन पे 

नैना टिके  हैं सिर्फ़ उन्ही पे 

नैना टिके हैं सिर्फ़ उन्ही पे 

अब  हुआ मेरा  उद्धार,वो शुभ दिन आया है 

मुझे चौदह बरस के बाद प्रभु से मिलवाया है 

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चुन -चुन पुष्प  मैंने माला बनाई 

चुन -चुन पुष्प  मैंने माला बनाई 

दीपक से राहें भी सजाईं 

दीपक से राहें भी सजाईं 

आज पाई अनोखी  सौग़ात वो शुभ दिन आया है 

मुझे चौदह बरस के बाद प्रभु से मिलवाया है 

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आज अवध में बजे शहनाई 

आज अवध में बजे शहनाई 

होके दीवाने नाचे लोग लुगाई 

होके दीवाने नाचे लोग लुगाई 

खुश हैं धरती आकाश वो शुभ दिन आया है 

मुझे चौदह बरस के बाद प्रभु से मिलवाया है